"माय दिव्य दृष्टि"
दोनों के साथ अदालत में जो होगा हिसाब कहते हैं।
बोलने वाले को वरुण, करने वाले को कसाब कहते है.हिन्दुस्तान में जो भी कर लो, उसे इन्कलाब कहते हैं.---अब शेर पूरा हुआ दहाड़ते हुए.
वाह! वाह ! बहुत बढ़िया परिभाषा. इसी को हिंदुस्तान कहते हैं.
ये ललकार है या ?
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4 टिप्पणियां:
दोनों के साथ अदालत में जो होगा हिसाब कहते हैं।
बोलने वाले को वरुण, करने वाले को कसाब कहते है.
हिन्दुस्तान में जो भी कर लो, उसे इन्कलाब कहते हैं.
---अब शेर पूरा हुआ दहाड़ते हुए.
वाह! वाह !
बहुत बढ़िया परिभाषा. इसी को हिंदुस्तान कहते हैं.
ये ललकार है या ?
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